Bageshwar Leopard Attack: बागेश्वर में तेंदुए का हमला, दो युवक घायल, क्षेत्र में दहशत

Bageshwar Leopard Attack: बागेश्वर में तेंदुए के हमले से दो युवक घायल, तेंदुए की लगातार गतिविधियों से क्षेत्र में भय और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है।

Bageshwar Leopard Attack: बागेश्वर में तेंदुए का हमला, दो युवक घायल, क्षेत्र में दहशत

बागेश्वर में तेंदुए का आतंक लगातार बना हुआ है और अब यह आमजन की सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है। ताजा घटना में डंगोली से बैजनाथ की ओर जा रहे तीन युवकों पर देर रात तेंदुए ने हमला कर दिया। इस हमले में दो युवक घायल हो गए, जिन्हें उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

कत्यूर महोत्सव में जा रहे थे युवक

घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार, भवानी पांडेय (36), गिरीश चंद्र पांडेय (35) और नरेंद्र आर्य (32) कत्यूर महोत्सव में भाग लेने के लिए जा रहे थे। जब वे मेला डुंगरी के पास पहुंचे, तो अचानक एक तेंदुए ने उन पर हमला कर दिया। युवकों के शोर मचाने पर तेंदुआ मौके से भाग निकला, लेकिन इस दौरान गिरीश और नरेंद्र तेंदुए के पंजों से घायल हो गए।

प्राथमिक उपचार के बाद घर भेजा गया

तीनों युवक तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बैजनाथ पहुंचे, जहां उनका प्राथमिक उपचार किया गया। चिकित्सक डॉ. मानसी जोशी ने बताया कि दोनों युवकों के पैरों पर तेंदुए के पंजों के निशान थे। उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया है। प्रत्यक्षदर्शी भवानी पांडेय ने बताया कि यदि उन्होंने समय रहते शोर न मचाया होता, तो तेंदुआ तीनों पर जानलेवा हमला कर सकता था।

क्षेत्र में दहशत का माहौल

तेंदुए की लगातार गतिविधियों से क्षेत्र में भय और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों के अनुसार, तेंदुआ लगातार आबादी वाले क्षेत्रों में दिखाई दे रहा है। सोमवार देर शाम मटेना-सिल्ली मोटर मार्ग पर भी तेंदुआ घूमते देखा गया। इसके अलावा एक सप्ताह पहले टीट बाजार और स्याल्दे टीट वार्ड में भी तेंदुए की मौजूदगी दर्ज की गई थी।

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वन विभाग से सुरक्षा की मांग

स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं—सुनील दोसाद, चंदन बोरा, दिनेश बिष्ट, हिमांशु खाती और दिनेश गोस्वामी—ने वन विभाग से क्षेत्र में गश्त बढ़ाने की मांग की है। मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए रेंजर केवलानंद पांडेय ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है और घायल युवकों से बातचीत कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोगों से रात के समय समूह में यात्रा करने की अपील की है।

इस बढ़ते खतरे को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और वन विभाग की जिम्मेदारी है कि वे तेंदुए की गतिविधियों पर नजर रखते हुए उचित कदम उठाएं, ताकि आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।