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देवप्रयाग उत्तराखंड | साभार: उत्तराखंड टुरिज़म |
देहरादून: देवभूमि उत्तराखंड में शीतकालीन यात्रा (Uttarakhand Winter Tourism) की शुरुआत के बाद से अब देश-विदेश से पर्यटक और श्रद्धालु लगातार राज्य के प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर पहुंच रहे हैं। इस बढ़ते हुए प्रवाह के कारण न केवल राज्य के पर्यटन उद्योग को नई संजीवनी मिल रही है, बल्कि स्थानीय समुदाय के जीवन में भी खुशियों के नए रंग भर रहे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस बढ़ते पर्यटन प्रवाह की सराहना करते हुए कहा कि उत्तराखंड के धार्मिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक स्थलों की अपार खूबसूरती और महत्व के कारण प्रदेश में तीर्थाटन और पर्यटन का बढ़ता हुआ प्रवाह राज्य के विकास में एक अहम भूमिका निभा रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पर्यटकों को राज्य में और अधिक आकर्षित करने के लिए कई नई योजनाओं और सुविधाओं का आरंभ किया है, जिनका स्थानीय समुदाय को भी लाभ हो रहा है।
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पर्यटन से स्थानीय लोगों को मिल रहे नए अवसर
उत्तराखंड के प्रमुख धार्मिक स्थलों जैसे कि केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री, गंगोत्री, और ऋषिकेश के अलावा, मसूरी, नैनीताल, और औली जैसे पर्यटन स्थल भी अब देश-विदेश से पर्यटकों से भरने लगे हैं। इन स्थलों की बढ़ती संख्या में पर्यटकों के आने से स्थानीय व्यापारियों, होटल मालिकों, गाइड, ट्रांसपोर्ट सेवा प्रदाताओं और अन्य छोटे उद्योगों को व्यवसाय के नए अवसर मिल रहे हैं।
कनेक्टिविटी में सुधार से यात्रा और भी सुलभ
राज्य सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड में बेहतर कनेक्टिविटी की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। हाल ही में शुरू की गई हेली सेवाएं, सड़क नेटवर्क का विस्तार और रेल कनेक्टिविटी में सुधार से राज्य के दूरदराज के क्षेत्रों तक पर्यटकों की पहुंच आसान हुई है। इससे न केवल पर्यटकों का आकर्षण बढ़ा है, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न हुए हैं।
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मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के नागरिकों से अपील की कि वे अपने राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने के साथ-साथ पर्यटकों का स्वागत करें और उन्हें उत्तम सेवा प्रदान करें। उन्होंने कहा कि "उत्तराखंड की प्राकृतिक और धार्मिक धरोहर को दुनिया भर में पहचान दिलाने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा। यह पर्यटन के विकास से हमारी अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा और राज्य के विकास में सहायक होगा।"
देवभूमि उत्तराखंड में शीतकालीन यात्रा की शुरुआत के बाद अब देश-विदेश से पर्यटक और श्रद्धालु वर्ष भर राज्य के प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर आ रहे हैं। प्रदेश में तीर्थाटन और पर्यटन का बढ़ता हुआ प्रवाह स्थानीय लोगों के जीवन में खुशियों के नए रंग भर रहा है। pic.twitter.com/FlOcRS9hMb
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) March 12, 2025
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शीतकालीन यात्रा (Uttarakhand Winter Tourism) और इसके महत्व पर प्रकाश
मुख्यमंत्री ने शीतकालीन यात्रा के महत्व को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह स्थानीय पर्यटन और अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। शीतकालीन यात्रा के दौरान श्रद्धालु और पर्यटक उत्तराखंड के प्रमुख तीर्थ स्थलों में पहुंचकर अपनी आस्थाओं को मजबूत कर रहे हैं और राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का अनुभव कर रहे हैं।
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देवभूमि उत्तराखंड में शीतकालीन यात्रा(Uttarakhand Winter Tourism) के बाद बढ़ता हुआ तीर्थाटन और पर्यटन प्रवाह राज्य के विकास और समृद्धि में एक सकारात्मक कदम है। राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रयासों से न केवल पर्यटन क्षेत्र में विकास हुआ है, बल्कि स्थानीय समुदाय को भी रोजगार और आय के नए अवसर प्राप्त हुए हैं। उत्तराखंड की बढ़ती हुई कनेक्टिविटी और पर्यटन सुविधाएं इसे देश और दुनिया में एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित कर रही हैं।