मार्च का महीना लगभग समाप्त होने को है, और अप्रैल के शुरू होते ही, चारधाम यात्रा की चर्चाएँ शुरू हो जाती हैं। प्रत्येक वर्ष लाखों लोग उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर आते हैं। गत कुछ वर्षों में तो चारधाम यात्रा में अत्यधिक भीड़ के कारण यात्रा को स्थगित भी करना पड़ा है।
किन्तु जो लोग यात्रा करने में असमर्थ हैं वो घर बैठे भी इन धामों में अपनी पूजा-अर्चना कर सकते हैं।
बद्रीनाथ-केदारनाथ में 15 अप्रैल से शुरू होगी ऑनलाइन पूजा की बुकिंग..
चारधाम यात्रा 2025 के उपलक्ष्य में बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में विशेष पूजा और आरती के लिए ऑनलाइन बुकिंग 15 अप्रैल से शुरू होगी। महाभिषेक पूजा के लिए 4700 रुपये और रुद्राभिषेक पूजा के लिए 7200 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है।
बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने पिछले साल के मुकाबले ऑनलाइन बुकिंग शुल्क में कोई वृद्धि नहीं की है।
धामों में सुबह और शाम के समय होने वाली आरतियों के लिए 200 से 500 रुपये प्रति व्यक्ति का बुकिंग शुल्क लिया जाएगा।
इसके अलावा, वेद पाठ और गीता पाठ के लिए 2500 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है।
षोडशोपचार पूजा के लिए 5500 रुपये, अष्टोपचार पूजा के लिए 950 रुपये और पूरे दिन की पूजा के लिए 28,600 रुपये का शुल्क होगा।
बीकेटीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने बताया कि ऑनलाइन पूजा की बुकिंग वेबसाइट badrinath-kedarnath.gov.in पर उपलब्ध होगी।
इस वर्ष कब खुलेंगे उत्तराखंड में चारों धाम के कपाट?
चारधाम यात्रा 2025 के लिए उत्तराखंड के चारों धामों के कपाटों के खुलने का समय निम्नलिखित है -
गंगोत्री | अक्षय तृतीया (30 अप्रैल) |
यमुनोत्री | अक्षय तृतीया (30 अप्रैल) |
बद्रीनाथ | 05 मई 2025 |
केदारनाथ | 02 मई 2025 |