उत्तराखंड में हाल ही में हुई लगातार बारिश ने बद्रीनाथ हाईवे की स्थिति को गंभीर रूप से प्रभावित कर दिया है। पिछले 24 घंटे के भीतर भूस्खलन की घटनाओं के कारण इस प्रमुख मार्ग को लगभग 20 घंटे के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। इस स्थिति ने न केवल तीर्थयात्रियों की यात्रा को प्रभावित किया है, बल्कि स्थानीय निवासियों की दिनचर्या में भी बाधा उत्पन्न की है।
भूस्खलन की यह घटना सोमवार रात से शुरू हुई, जब तेज बारिश के साथ-साथ चट्टानों और मलबे का ढेर हाईवे पर गिर पड़ा। इसके परिणामस्वरूप सड़क पूरी तरह से अवरुद्ध हो गई और यातायात संचालन ठप हो गया।
इस आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सड़क को साफ करने के लिए मशीनरी और श्रमिकों की तैनाती की है। हालांकि, फिलहाल स्थिति को सामान्य करने में 20 घंटे का समय लगने की उम्मीद जताई जा रही है।
बद्रीनाथ हाईवे की बंदी के कारण केदारनाथ धाम की ओर जाने वाले यात्रियों के मार्ग को वैकल्पिक मार्ग पर divert किया गया है। इस दौरान यात्रियों की सुरक्षा और यात्रा की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त यातायात नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था की गई है। यह कदम यात्रियों की सुविधा के लिए उठाया गया है ताकि वे बिना किसी अतिरिक्त परेशानी के अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।
भूस्खलन और बारिश से प्रभावित इस स्थिति का स्थानीय निवासियों और तीर्थयात्रियों दोनों पर गहरा असर पड़ा है। कई श्रद्धालु यात्रा के बीच में ही फंसे हुए हैं और उन्हें अस्थायी शेल्टर प्रदान किया गया है। इसके साथ ही, व्यापार और अन्य दैनिक गतिविधियों पर भी असर पड़ा है, जिससे स्थानीय लोगों को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
इस कठिन स्थिति के बीच, यात्रा करने वाले सभी व्यक्तियों को सलाह दी जा रही है कि वे मौसम की स्थिति की जांच करें और सड़क की वर्तमान स्थिति के बारे में ताजे अपडेट्स प्राप्त करें। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों को तेजी से पूरा करने के लिए विशेष टीमें तैनात की हैं।
मशीनरी को सक्रिय किया गया है ताकि भूस्खलन के मलबे को जल्द से जल्द हटाया जा सके और सड़क को यातायात के लिए खोला जा सके। इसके साथ ही, मौसम की पूर्वानुमान और सतर्कता को बढ़ाने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
स्थानीय प्रशासन और संबंधित विभाग पूरी तत्परता के साथ स्थिति को नियंत्रण में रखने और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। यात्रियों और स्थानीय निवासियों से अपील की जा रही है कि वे धैर्य बनाए रखें और प्रशासन द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन करें।