सड़क - फोटो |
बदरीनाथ धाम से आगे चीन सीमा तक सेना की आवाजाही को आसान करने के लिए माणा रोड से लगभग दो किलोमीटर का बाईपास मार्ग बनाया जाएगा। इसके लिए कार्ययोजना भी तैयार कर ली गई है और लोक निर्माण विभाग ने सर्वेक्षण भी पूरा कर लिया है।
केदारनाथ की तर्ज पर बदरीनाथ धाम को भी मास्टर प्लान के तहत विकसित किया जाना है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है। चारधाम यात्रा के दौरान देवदर्शनी में चेकिंग के बाद ही यात्री वाहनों को आगे जाने दिया जाता है। इससे यहां अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है।
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ऐसे में सेना के वाहन भी जाम में फंस जाते हैं। तीर्थयात्रियों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसे देखते हुए अब देव दर्शनी में जैन धर्मशाला से शेषनेत्र झील के समीप से माणा रोड तक बाईपास मार्ग का निर्माण किया जा रहा है।
लोनिवि के अधिकारियों का कहना है कि इसी वर्ष के अंत तक सड़क का निर्माण शुरू हो जाएगा। इस मार्ग के निर्माण पर लगभग 20 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इससे देश के अंतिम गांव माणा और चीन सीमा क्षेत्र में में मौजूद अग्रिम चौकियों तक सेना और आईटीबीपी की आवाजाही आसान हो जाएगी।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता रविंद्र कुमार ने बताया कि आने वाले समय में बदरीनाथ धाम में तीर्थयात्रियों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद है। इसे देखते हुए मास्टर प्लान के तहत प्रथम चरण में दो किलोमीटर बाईपास मार्ग का निर्माण किया जाएगा।
इस मार्ग से सेना के अलावा माणा गांव तक जाने वाले वाहनों की आवाजाही होगी। इससे धाम में जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी। बाईपास मार्ग के लिए सर्वेक्षण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। जल्द ही भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी पूरी कर ली जाएगी। इसी वर्ष के अंत तक मार्ग का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।