भारत-चीन बॉर्डर को जोड़ने वाले हाईवे के बंद होने से अलग-थलग पड़े सीमांत के 16 गांवों के ग्रामीणों और पर्यटकों की मदद के लिए 12वें दिन हवाई और जमीन के जरिए रेस्क्यू शुरू कर दिया गया है। सोमवार को क्षेत्र से 30 लोग हेलीकॉप्टर और 250 लोग पैदल रास्तों से रेस्क्यू किए गए। एसडीएम कुमकुम जोशी ने बताया कि सभी लोगों को लाता पहुंचाया गया है।
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीआरओ और प्रशासन की टीम ने पैदल मार्ग से भी ग्रामीणों का रेस्क्यू शुरू कर दिया है। हेलीकॉप्टर के जरिए घाटी में खाद्यान्न पहुंचाने का काम भी शुरू कर दिया गया है। एसडीआरएफ के इंस्पेक्टर विनोद गौड़ ने बताया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने जो 250 लोग रेस्क्यू किए हैं, उनमें कुछ सेना के जवान और पोर्टर भी शामिल है।