तीरथ सिंह रावत बतौर मुख्यमंत्री छोटी सी सियासी पारी खेलकर विदा हो गए हैं। इसी के साथ उनकी टीम में जुड़े लोगों का भविष्य भी अधर में लटक गया है। इसमें उनके सलाहकार से लेकर ओएसडी तक शामिल हैं। पूर्व मुख्य सचिव शत्रुघन सिंह 19 मई को ही तीरथ सिंह रावत के मुख्य सलाहकार बने थे। इसके लिए शत्रुघन सिंह प्रदेश के मुख्य सूचना आयुक्त का पद छोड़कर आए थे। जबकि सूचना आयोग में उनका कार्यकाल आगामी 15 नवंबर तक था। लेकिन अब सीएम के इस्तीफे के साथ ही शत्रुघन सिंह की कुर्सी भी चली गई है।
इसी तरह केंद्रीय सचिवालय सेवा के अधिकारी जेसी सुंद्रियाल भी अप्रैल में ही तीरथ सिंह रावत के ओएसडी नियुक्त हुए थे। सुंद्रियाल राज्य सरकार में प्रतिनियुक्ति में आए थे। अब ढाई महीने में ही उन्हें वापस केंद्र सरकार में लौटना पड़ेगा। इसके अलावा पूर्व आईएफएस आरबीएस रावत का भी तीरथ सरकार में पुनर्वास हुआ था, वो भी सीएम सलाहकार के रूप में काम रहे थे। आरबीएस रावत भी दो महीने के भीतर ही फिर खाली हो गए हैं। तीरथ की टीम में ज्यादातर संघ पृष्ठभूमि के लोग ही नियुक्त हो पाए थे, अब इन सभी की कुर्सी एक झटके में चली गई है। हालांकि तीरथ अभी बहुत बड़ी टीम बना भी नहीं पाए थे।