जिला प्रशासन ने बैठक कर मंथन किया |
गंगा आरती की भांति अब बागेश्वर में भी सरयू आरती (Saryu Aarti) होगी। इसके लिए जिला प्रशासन ने विभिन्न धार्मिक संगठनों के साथ बैठक कर मंथन किया। सीडीओ की अध्यक्षता में एक कमेटी का भी गठन किया गया। अब छह अगस्त से यहां रोजाना गंगा आरती होगी।
जिला कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने पर्यटन अधिकारी से सरयू आरती को लेकर जानकारी मांगी। जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति आर्या ने बताया कि पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज जिला भ्रमण के दौरान निर्देश दिए थे कि जिले में सरयू नदी के घाट पर गंगा आरती की तरह सरयू आरती का आयोजन किया जाए, जिसके लिए प्रबंध निदेशक कुमांऊ मंडल विकास निगम का पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें स्थानीय धार्मिक संस्थाओं, धर्मालंबियों एवं जिला प्रशासन के आपसी समन्वय से प्रतिदिन विधिविधान से आयोजन किया जाए।
जिलाधिकारी ने गंगा आरती की भांति सरयू आरती को दिव्य एवं भव्य बनाने व इसके सफल आयोजन के लिए मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया। इसमें उपजिलाधिकारी बागेश्वर, जिला पुलिस उपाधीक्षक, जिला पर्यटन अधिकारी, ईओ नगर पालिका तथा संस्कृति विभाग के अधिकारी को सदस्य नामित किया है।
उन्होंने कहा कि बागनाथ मंदिर पौराणिक, ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है तथा यहां पर्यटक काफी संख्या में दर्शन करने आते हैं, इसके लिए उन्होंने सरयू तट पर आरती किए जाने के लिए समिति के सदस्यों सभी आवश्यक तैयारियां एवं व्यवस्था कराने के निर्देश दिए, जिसमें बागनाथ मंदिर समिति एवं जूना अखाडा महंतों का इसमें विशेष सहयोग लिया जाए।
बैठक में तय किया गया कि सरयू आरती का आयोजन श्रावण चतुर्दशी छह अगस्त से विधिवत शुभारंभ किया जाएगा। बैठक में प्रधान पुजारी बागनाथ भरत सिंह रावल, नंदन सिंह रावल, जूना अखाडा के महंत शंकर गिरि, पुष्कर राज गिरि आदि मौजूद रहे।