प्रसिद्ध जागेश्वर धाम के प्रति श्रद्धा रखने वालों के लिए अच्छी खबर है। मंदिर को कोविड गाइडलाइन के तहत दर्शन के लिए खोल दिया गया है। कोरोना संक्रमण की वजह से जागेश्वर धाम के कपाट 15 अप्रैल को बंद कर दिए गए थे जो मंगलवार को 71 दिन बाद श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। श्रद्धालु यहां पहुंचने लगे हैं। हालांकि मंदिर में प्रवेश से पहले आधार कार्ड के साथ पंजीयन किया जा रहा है। वहीं पानी चढ़ाने समेत अन्य पूजा अनुष्ठान अभी नहीं हो सकेंगे। जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति के भगवान भट्ट ने बताया कि डीएम नितिन भदौरिया ने यह अनुमति प्रदान की है। दरअसल जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति और उप जिलाधिकारी भनोली जैंती मोनिका ने जिलाधिकारी को मंदिर खोलने को लेकर प्रस्ताव दिया था। डीएम ने इसके लिए सशर्त स्वीकृति प्रदान की है। फिलहाल मंदिर सभी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। हालांकि केवल मंदिर दर्शन की अनुमति होगी। मंदिरों के गर्भ गृह में प्रवेश पूर्णरूप से प्रतिबंधित रहेगा। दर्शन सुबह 7: 00 से सायं 06:00 बजे तक ही होंगे।
प्रवेश द्वार पर होगा पंजीयन
मंदिर आ रहे श्रद्धालुओं का प्रवेश द्वार पर आधार कार्ड के साथ पंजीयन होगा। यहां सेनेटाइजेशन की व्यवस्था की गई है। कोराना के लक्षण सर्दी, जुकाम और बुखार आदि पाए जाने पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा वहीं निकट के स्वास्थ्य केंद्र में इसकी सूचना दी जाएगा। मंदिर के अंदर जल चढ़ाना, टीका लगाना, घंटी बजाना, प्रसाद लेना और देना प्रतिबंधित रहेगा। दर्शन के लिए केवल 10 मिनट का समय दिया जाएगा। ऑनलाइन पूजा कार्य पूर्ववत जारी रहेगा। सप्ताह में दो दिन पूरे मंदिर परिसर को सेनेटाइजेशन किया जाएगा।