नई दिल्ली में मुलाकात के दौरान जोशी ने कहा कि राज्य में एक भव्य शहीद स्मारक का निर्माण सैन्यधाम के रूप में किया जा रहा है। सैन्य धाम में प्रथम विश्वयुद्ध से लेकर आज तक के युद्धों में शहीद हुए प्रदेश के प्रत्येक शहीद के आंगन की मिट्टी लगाई जाएगी। सैन्यधाम ना केवल शहीद स्मारक की तरह बल्कि एक आकर्षण पर्यटक स्थल के रूप में भी विकसित किया जाएगा। यहां भव्य स्मारक के साथ-साथ म्यूजियम, बहादुरी पदक गैलरी, विभिन्न महत्वपूर्ण लड़ाइयों का विवरण और सेना से जुड़े साजो-सामान को भी प्रदर्शित किया जाएगा। रक्षा मंत्रालय सैन्यधाम के लिए दो निष्प्रयोज्य टैंक, वायुसेना का एक लड़ाकू विमान, नौसेना का एक छोटा वैसल, सेना की दो आर्टिलरी और दो एयर डिफेंस गन प्रदान करेगा।
मिठ्ठी बेहड़ी भूमि हस्तांतरण जल्द
कैबिनेट मंत्री ने मिट्ढी बेहड़ी भूमि हस्तांतरण का मामला भी रक्षा मंत्री के सामने उठाया। जोशी ने बताया कि कोल्हूपानी में सेना को निःशुल्क पांच एकड़ भूमि आवंटित की जा चुकी है। इसलिए इस प्रकरण को जल्द सुलझाया जाए। जोशी ने राजनाथ सिंह को बताया कि विलासपुर कांडली पेयजल योजना से विलासपुर कांडली के सैन्य क्षेत्र में भी जलापूर्ति की जानी है, इस योजना के निर्माण के लिए रक्षा मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किया जाए। जोशी ने गोरखा इण्टरमीडिएट कॉलेज की लीज फिर 90 वर्षों के लिए बढ़ाने की मांग की।