कोरोना की तीसरी लहर आई तो राज्य के 26 हजार बच्चे इसकी जद में आ सकते हैं। इसे देखते हुए सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने स्वास्थ्य विभाग, सभी डीएम और महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग को कोरोना से निपटने को पुख्ता प्रबंध करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। कुपोषित-अतिकुपोषित श्रेणी के 26 हजार बच्चे सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में हैं। सीएस ने महिला एवं बाल विकास विभाग को अभियान चलाकर पौष्टिक आहार बांटने के निर्देश दिए हैं। साथ ही 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के माता-पिता का प्राथमिकता से वैक्सीनेशन करने को कहा है।
सरकार बांटेगी मल्टी विटामिन-माइक्रो न्यूट्रेंट: कोरोना से बचाव को सरकार मल्टीविटामिन दवाएं और सूक्ष्म पोषक तत्व बांटेगी। इसी फार्मूले के अनुसार विटामिन ए, सी, डी और जिंक व सेलेनियम बांटे जाएंगे। बीते दो माह में संक्रमित मिले लोगों में 12% बच्चे हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 10 बेड अनिवार्य
उत्तराखंड के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को 18 साल तक की आयु के मरीजों के लिए कोविड केयर सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा। इनमें आक्सीजन बेड और आईसीयू, एचडीयू बेड की व्यवस्था की जाएगी। यदि किसी जिले में बेड उपलब्ध न हो पा रहा हो तो नजदीकी मेडिकल कॉलेज, प्राइवेट अस्पताल या अन्य हेल्थ फैसिलिटी का इस्तेमाल किया जाएगा।
डॉक्टर-नर्स के पद भरने के आदेश
मुख्य सचिव ने सभी अस्पतालों में बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर और नर्स के सभी रिक्त पदों को भरने के आदेश दिए हैं। तत्काल भर्ती न होने पर आउटसोर्स और संविदा आधार पर नियुक्ति करने की छूट भी दी गई है।
यह भी जानें
1,83,856 हैं राज्य में एक साल तक के बच्चे
19,14,616 हैं एक से 10 वर्ष तक की आयु के
18,51,196 किशोर हैं 10 से 18 साल के
6,107 हैं अतिकुपोषित श्रेणी के बच्चे राज्य में
19,104 बच्चे आते हैं कुपोषित श्रेणी में
इन पर फोकस
जिला अति कुपोषित कुपोषित
हरिद्वार 1481 4120
यूएसनगर 1344 4908
देहरादून 776 3479
उत्तरकाशी 410 629
टिहरी 357 868
नैनीताल 344 1318
अल्मोड़ा 310 933
बागेश्वर 241 578
पिथौरागढ़ 232 738
पौड़ी 214 562
चमोली 170 418
चंपावत 135 329
रुद्रप्रयाग 93 224