उत्तराखंड : शनिवार को कई इलाकों में मौसम खराब, तीसरे दिन भी यमुनोत्री हाईवे बंद, ऋषिकेश-बदरीनाथ मार्ग धंसा

Ankit Mamgain

यमुनोत्री हाईवे
यमुनोत्री हाईवे 

 यमुनाघाटी में भारी बारिश के चलते मलबा व बोल्डर आने से खनेड़ा पुल के पास बंद हुआ यमुनोत्री हाईवे शनिवार को भी नहीं खुल पाया। गुरुवार सुबह करीब आठ बजे बंद हुआ था। वहीं देहरादून में आज मौसम साफ बना हुआ है। कई इलाकों में बादल छाए हुए हैं।


ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे धंसा


ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर लंगासू के पास शुक्रवार रात में भारी बोल्डर आने की वजह से सड़क धंस गई है और मार्ग संकरा हो गया है। यहां लोडिंग वाहन नहीं जा पा रहे हैं। छोटे वाहन को सतर्कता के साथ जाना पड़ रहा है।


बुधवार रात शुरू हुई मूसलाधार बारिश


उत्तरकाशी जिले में बुधवार रात शुरू हुई मूसलाधार बारिश के कारण यमुनोत्री हाईवे खनेड़ा पुल सहित धरासू बैंड के पास, छटांगा, पालीगाड़ व कुथनौर आदि जगह-जगह मलबा व बोल्डर आने से बंद हो गया था। पालीगाड़ के पास कई होटल व भवन भी बाल-बाल बचे थे।


गुरुवार शाम तक धरासू बैंड, छटांगा व कुथनौर में तो हाईवे से मलबा हटा दिया गया, लेकिन पालीगाड़ पुल के पास बंद हाईवे नहीं खोला जा सका। निर्माण एजेंसी के परियोजना प्रबंधक कादिर अहमद ने बताया कि पालीगाड़ के पास मलबा व बोल्डर हटा दिए हैं। लेकिन खनेड़ा पुल के पास कठोर चट्टानी बोल्डर होने के कारण हाईवे खोलने में परेशानी आ रही है। उन्होंने हाईवे के शनिवार तक खुलने की बात कही। 

 

19 ग्रामीण मोटर मार्ग भी हैं अवरुद्ध


यमुनोत्री हाईवे के साथ ही जिले में थति धारकोट मुसड़गांव, कलेथ मुसड़गांव, सेम मुखेम पटुड़ी, चिन्यालीसौड़ जोगत, कंदला भुयारा, मोरगी बरेड, धरासू जोगत, सिलक्यारा बनगांव चपडा आदि कुल 19 ग्रामीण मोटरमार्ग मलबा व बोल्डर आने से बंद हैं। जिनके शनिवार शाम तक खुलने की उम्मीद है।

समुद्री चक्रवात ताऊते का असर कम होने के साथ ही बदला मौसम का मिजाज 

समुद्री चक्रवात ताऊते का असर खत्म होने के साथ ही उतराखंड समेत तमाम हिमालयी और मैदानी राज्यों में शुक्रवार को भी मौसम का मिजाज दोबारा अचानक बदल गया। राजधानी दून में जहां सुबह हल्की बूंदाबांदी के बाद दोपहर बाद चटक धूप खिली, वही पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं बारिश भी हुई।


आखिरकार दो दिन तक मौसम के बदले मिजाज और झमाझम बारिश से लोगों को निजात मिली। वैसे शुक्रवार को सुबह सूर्य निकलने के साथ ही थोड़ी देर बाद मौसम का मिजाज अचानक बदल गया। आसमान में काले घने बादल छा गए और देखते ही देखते हल्की बूंदाबांदी भी होने लगी। एक बार लगा कि मौसम विज्ञानियों की भविष्यवाणी गलत साबित होगी और राजधानी व आसपास के इलाकों में झमाझम बारिश होगी।


लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ थोड़ी देर बाद ही न सिर्फ हल्की बूंदाबांदी रुक गई वरन, पूरे दिन भर चटक धूप भी खिली रही। दूसरी और मौसम विज्ञानियों ने संभावना जताई है कि शनिवार को राज्य के कुछ पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी होने के साथ ही बारिश होने के साथ ही बर्फबारी की भी संभावना है ।जहां तक मैदानी क्षेत्रों का सवाल है तो मैदान में मौसम साफ रहेगा।


ताऊते तूफान का दून की ट्रेनों पर भी पड़ा असर


कई राज्यों में तबाही मचाने वाले समुद्री चक्रवात ताऊते का देहरादून से संचालित होने वाली ट्रेनों पर भी असर पड़ा है। समुद्री चक्रवात के चलते गुजरात के ओखा से देहरादून आने वाली ओखा एक्सप्रेस का संचालन नहीं हो पाया।


स्टेशन अधीक्षक (संचालन) सीताराम शंकर ने बताया कि चक्रवात के चलते ओखा एक्सप्रेस आज देहरादून नहीं आएगी। पिछले दिनों चक्रवात को देखते हुए इस ट्रेन को बंद कर दिया गया था। इसका संचालन रविवार को देहरादून से शुरू होगा। इस ट्रेन में मुजफ्फरनगर, नई दिल्ली, गुड़गांव, रेवाड़ी, अलवर, जयपुर होते हुए द्वारिका जाना वाले यात्री भी सफर करते हैं। 


बता दें कि कोरोना संकट के चलते रेलवे बोर्ड ने देहरादून से संचालित होने वाली ज्यादातर ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया है। फिलहाल देहरादून-प्रयागराज लिंक एक्सप्रेस, देहरादून-ओखा ओखा एक्सप्रेस, देहरादून-हावड़ा उपासना एक्सप्रेस जैसी चुनिंदा ट्रेनों का ही संचालन किया जा रहा है। देहरादून से नई दिल्ली शताब्दी और जनशताब्दी पर भी रोक लगा दी गई है।

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