रुपये(प्रतीकात्मक तस्वीर) - फोटो : pixabay |
उत्तराखंड में शिक्षा महानिदेशक विनय शंकर पांडेय ने खेल और कंप्यूटर फीस लेने वाले स्कूलों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। समस्त मुख्य शिक्षा अधिकारियों को जारी निर्देश में उन्होंने कहा कि शासन ने ऑनलाइन पढ़ा रहे स्कूलों को ट्यूशन फीस के अलावा अन्य कोई फीस न लेने के आदेश दिए हैं, लेकिन कुछ निजी स्कूल आदेश की अनदेखी कर रहे हैं। ऐसे स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट महानिदेशालय को भेजी जाए।
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शिक्षा महानिदेशक की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि संज्ञान में आया है कि कुछ निजी स्कूलों ने खेल और कंप्यूटर फीस को भी ट्यूशन फीस में शामिल कर लिया है। ऐसा कर इन स्कूलों की ओर से ट्यूशन फीस में वृद्धि कर दी गई है।
जो शासन और शिक्षा महानिदेशालय की ओर से जारी निर्देशों का उल्लंघन है। ऐसे स्कूलों के खिलाफ तत्काल जांच कर कार्रवाई की जाए और कार्रवाई से महानिदेशालय को भी अवगत कराया जाए।
इसके अलावा फीस में देरी की वजह से किसी बच्चे को स्कूल से बाहर नहीं किया जाएगा। वहीं सरकारी और अर्द्धसरकारी कर्मचारियों को तय समय पर फीस जमा करनी होगी।
शासनादेश के बाद भी निजी स्कूलों की मनमानी
प्रदेश में ऑनलाइन पढ़ा रहे निजी स्कूलों की फीस को लेकर मनमानी जारी है। अभिभावकों के मुताबिक शासन की ओर से इन स्कूलों को कई बार इस संबंध में आदेश जारी किए जा चुके हैं। इसके बाद भी स्कूल मनमानी फीस वसूल रहे हैं। कोविड की वजह से स्कूल बंद होने के बावजूद निजी स्कूल खेल और कंप्यूटर फीस की मांग कर रहे हैं। स्कूलों के दबाव में कई अभिभावक खेल और कंप्यूटर फीस जमा भी कर चुके हैं।