मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत |
उत्तराखंड राज्य में ब्लैक फंगस को अब महामारी घोषित कर दिया गया है। शनिवार को इस संबंध में उत्तराखंड शासन द्वारा आदेश जारी कर दिए गए हैं। वहीं सरकार कोविड की वजह से अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों को भरण-पोषण के लिए हर महीने ढाई हजार रुपए देगी।
इसके अलावा बच्चों को सरकारी आवासीय स्कूलों में फ्री शिक्षा और राशन दिया जाएगा। बच्चों के वयस्क होने तक इनकी पैतृक संपत्ति को कोई खुर्द न करे, इसके लिए संबंधित जिलों के जिला अधिकारी जिम्मेदार होंगे।
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ब्लैक फंगस से शुक्रवार को महिला समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में ब्लैक फंगस से संक्रमित दो मरीजों ने दम तोड़ा, वहीं रुड़की की एक महिला की हिमालयन अस्पताल जॉलीग्रांट में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
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इस तरह ब्लैक फंगस से प्रदेश में मरने वाले मरीजों की संख्या पांच हो गई है। एम्स ऋषिकेश में अब तक ब्लैक फंगस के 61 केस मिले हैं। एम्स ऋषिकेश में कुछ दिनों पहले उत्तर प्रदेश के मेरठ निवासी 64 वर्षीय और उत्तराखंड के देहरादून निवासी 65 वर्षीय कोविड संक्रमित को भर्ती कराया गया था।
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दोनों मरीज पहले से ब्लड शुगर के रोग से ग्रस्त थे। संस्थान में जांच के दौरान दोनों मरीजों में ब्लैक फंगस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी। शुक्रवार को दोनों मरीजों का स्वास्थ्य बिगड़ने लगा। शाम छह बजे मेरठ निवासी संक्रमित की मौत हो गई। वहीं शाम 8.30 बजे देहरादून निवासी मरीज ने भी दम तोड़ दिया।
वहीं दूसरी ओर एक हफ्ते से जौलीग्रांट स्थित हिमालयन अस्पताल में भर्ती रुड़की की हनुमान कॉलोनी निवासी ब्लैक फंगस से पीड़ित रुड़की निवासी महिला की मौत हो गई।