23 हजार से अधिक लोगों को रोजगार का नुकसान |
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि कोविड महामारी के कारण पर्यटन क्षेत्र को भारी नुकसान हुआ है। आईआईएम काशीपुर की अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में पर्यटन उद्योग को 10597 करोड़ का नुकसान आंका गया। जिसमें 23 हजार से अधिक लोगों को रोजगार का नुकसान हुआ है।
पर्यटन मंत्री महाराज ने होटल एसोसिएशन, टूर ऑपरेटर एसोसिएशन के साथ चार धामों के तीर्थ पुरोहितों व हकहकूकधारियों ने फेसबुक लाइव से संवाद किया। महाराज ने कहा कि कोविड महामारी का सबसे ज्यादा प्रभाव पर्यटन उद्योग पर पड़ा है। आईआईएम काशीपुर ने पर्यटन क्षेत्र को नुकसान पर अध्ययन रिपोर्ट तैयार की है।
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जिसमें होटल इंडस्ट्री को 1439 करोड़ का नुकसान आंका गया है। होटलों में काम करने वाले 21519 लोगों को रोजगार का नुकसान हुआ है। इसी तरह साहसिक पर्यटन को 72.67 करोड़ और 986 लोगों को रोजगार छीन गया है। जबकि होम स्टे में 90.78 करोड़ का नुकसान और 1014 लोगों को रोजगार का नुकसान हुआ है। पूरे प्रदेश में 10597 करोड़ का नुकसान और 23519 लोगों को रोजगार नुकसान आंका गया।
चारधाम यात्रा कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्थगित
महाराज ने कहा कि बीते साल सरकार की ओर से पर्यटन क्षेत्र में जुड़े लोगों को राहत दी गई। जिसमें राफ्टिंग व्यवसाय से जुड़े 500 लोगों को पांच-पांच हजार रुपये की सहायता राशि दी गई। इसके अलावा पर्यटन उद्योग से जुड़े ढाई लाख लोगों को लगभग 24 करोड़ से अधिक की सहायता प्रदान की गई।
सरकार की ओर से इसी तरह की सहायता आगे भी मिलती रहे, इसका प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्थगित की गई है। इसे रद्द नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि उन्हें सुझाव मिला कि केदारनाथ यात्रा के लिए हेली सेवा की एडवांस बुकिंग में टिकट रद्द करने पर किसी तरह की कटौती नहीं की जाए। इसके साथ ही पर्यटन स्थलों के समीप कोविड जांच के लिए आरटीपीसीआर की सुविधा दी जाएगी।
आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट और वैक्सीनेेशन की दो डोज का प्रमाण पत्र पर पर्यटकों को आने की अनुमति दी जाए। पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों को चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए। महाराज ने कहा कि महत्वपूर्ण सुझावों पर सरकार विचार करेगी।