उत्तराखंड में कोरोना: चार जिलों में बनेगा बच्चों का कोविड अस्पताल, जल्द केंद्र को भेजेंगे प्रस्ताव

Ankit Mamgain

प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

 उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के बीच अब स्वास्थ्य विभाग की ओर से उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर और चंपावत जिले में फैब्रिकेटेड कोविड अस्पताल बनाने की तैयारी की जा रही है। चारों जिलों के डीएम से प्रस्ताव मांगा गया है। इसे केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। 



कुमाऊं के मरीजों का सर्वाधिक भार सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) पर है। यहां बच्चों का 60 बेड का वार्ड है और 20 के करीब एसएनसीयू है। महिला अस्पताल हल्द्वानी में 12 बेड का पीआईसीयू है। डीआरडीओ की ओर से पांच सौ बेड का फैब्रिकेटेड अस्पताल बन रहा है।



उत्तराखंड में कोरोना: 24 घंटे में सामने आए 4496 नए संक्रमित, 188 मरीजों की हुई मौत


इसमें 75 ऑक्सीजन और 50 आईसीयू बेड बच्चों के लिए होंगे। निजी अस्पतालों में केएचआरसी में आठ बेड का एनआईसीयू है, जबकि सेंट्रल हॉस्पिटल में पांच बेड का पीआईसीयू और पांच बेड का एनआईसीयू है। बच्चों के लिए दो वेंटीलेटर हैं। हालांकि, निजी अस्पताल के पीआईसीयू या एनआईसीयू अभी कोविड के लिए प्रयोग नहीं हो रहे हैं। 


स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि सभी सीएमओ को आदेश दिए गए हैं कि बच्चे अगर कोविड की चपेट में आते हैं और उनको इलाज की जरूरत पड़ती है तो फैब्रिकेटेड अस्पताल के लिए तत्काल प्रस्ताव बनाकर भेजें। इस संबंध में सीएमओ डॉ. भागीरथी जोशी ने बताया कि 50 से 100 बेड के फैब्रिकेटेड अस्पताल का प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा। अस्पताल के लिए स्थान का चयन भी जल्द कर लिया जाएगा।


प्रदेश के चार जिलों में 112 बच्चे कोविड संक्रमित

प्रदेश के चार जिलों में 112 बच्चे कोरोना संक्रमित हुए हैं। इनमें नवजात शिशु के साथ ही दो साल के बच्चे भी शामिल हैं। हाल ही में उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से कोविड की तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए आयोजित वर्चुअल बैठक में स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह जानकारी दी गई थी।

Source

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!