प्रतीकात्मक तस्वीर - फोटो : Pixabay |
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर घातक साबित होती जा रही है। बीते 24 घंटे में प्रदेश में 7127 नए संक्रमित मिले, जबकि 122 मरीजों की मौत हुई। वहीं, आज 5748 संक्रमित मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। कुल संक्रमितों की संख्या 271810 हो गई है। जिसमें से 184207 मरीज ठीक हो गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार को 21581 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। देहरादून जिले में सबसे अधिक 2094 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। ऊधमसिंह नगर में 691, हरिद्वार में 1354, नैनीताल में 587, उत्तरकाशी में 317, पौड़ी में 361, टिहरी में 508, अल्मोड़ा में 210, रुद्रप्रयाग में 304, चमोली में 297, चंपावत में 177, पिथौरागढ़ में 156, बागेश्वर जिले में 71संक्रमित मिले हैं।
प्रदेश में अब तक 4245 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है। वर्तमान में सैंपल जांच के आधार पर संक्रमण दर 6.51 प्रतिशत और रिकवरी दर 67.77 प्रतिशत दर्ज की गई। संक्रमित मामलों की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या कम होने से सक्रिय मामले 78304 हो गए हैं।
कोरोना पॉजिटिव को छह किमी पैदल चलकर पहुंचाया अस्पताल
गैरसैंण के स्यूंणी मल्ली गांव के 45 वर्षीय कोरोना संक्रमित को सांस लेने में दिक्कत होने पर प्रशासन की ओर से उसे स्ट्रेचर के सहारे छह किलोमीटर पैदल चलकर सीएचसी गैरसैंण पहुंचाया। ऑक्सीजन लेवल कम होने पर मरीज को गोपेश्वर रेफर कर दिया गया।
ग्रामप्रधान धीरज सिंह ने बताया कि संक्रमित व्यक्ति तीन दिन पूर्व दिल्ली से अपने गांव आया था। कोरोना जांच में पॉजिटिव आने पर उसे होम आइसोलेट कर दिया गया था, लेकिन अचानक उसे सांस लेने में परेशानी होने लगी। गांव में कोई अस्पताल न होने पर उन्होंने इसकी सूचना नायब तहसीलदार राकेश पल्लव को दी। सूचना पर फार्मेसिस्ट महेश उप्रेती, दो होमगार्ड के सिपाही व दो पीआरडी के जवान स्ट्रेचर लेकर छह किमी पैदल खड़ी चढ़ाई पार कर स्यूंणी गांव पहुंचे।
वहां से संक्रमित को आगरचट्टी तक लाए और एंबुलेंस के माध्यम से गैरसैंण सीएचसी पहुंचाया। डॉ. अनीता ने कहा कि संक्रमित का ऑक्सीजन लेवल कम होने से उसे सांस लेने में परेशानी हो रही थी। इस पर उसे हायर सेंटर गोपेश्वर रेफर कर दिया गया। इस दौरान सुरेंद्र सिंह, मोहन रावत व सुनीता देवी मौजूद रही।
डिफेंस कॉलोनी में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश बंद
देहरादून में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सैनिक सहकारी समिति लिमिटेड डिफेंस कॉलोनी में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। कॉलोनी में केवल पासधारक और फल, सब्जी, दूध और अखबार वालों को ही आने की अनुमति होगी।
समिति के सचिव बिमल नौटियाल ने कहा कि डिफेंस कॉलोनी में अधिकतर पूर्व सैन्य अधिकारी और पूर्व सैनिक रहते हैं। दून में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ने के कारण यहां भी कोरोना का संक्रमण बना हुआ है। इसको देखते हुए कॉलोनी में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश को प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया है।
कॉलोनी के सभी गेटों पर गार्ड तैनात किए गए हैं। केवल पासधारकों को ही कॉलोनी में प्रवेश दिया जाएगा। फल, सब्जी, दूध और अखबार वालों को भी समिति की ओर से पास जारी किए हैं। उन्हें भी निश्चित समय में आने दिया जाएगा। संक्रमण का खतरा कम नहीं होने तक यह व्यवस्था लागू रहेगी।