प्रतीकात्मक तस्वीर - फोटो : Pixabay |
कोविड महामारी के दौर में संक्रमण के लक्षण होने के बावजूद चिकित्सकों से संपर्क कर विधिवत उपचार कराने के बजाय गलत दवाई खाने से मरीजों की स्थिति बिगड़ रही है और कई बार तो जानलेवा साबित हो रही है।
ई-संजीवनी के माध्यम से कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए दवाओं का पर्चा जारी
शहरी क्षेत्रों में तो प्रशासन ने केमिस्ट की दुकानों पर बिना चिकित्सक के पर्चे के खांसी, जुखाम, बुखार आदि की दवाएं बेचने पर पाबंदी लगा दी है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में इस पर रोक नहीं लग पा रही है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने ई-संजीवनी के माध्यम से कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए दवाओं का पर्चा जारी किया है।
इन दवाओं का सेवन करें और सलाह का अनुपालन करें
सीएमओ डॉ. डीपी जोशी ने ई-संजीवनी के हवाले से बताया कि कोरोना पॉजिटिव मरीज इन दवाओं का सेवन करें और सलाह का अनुपालन करें तो वह शीघ्र स्वस्थ हो सकते हैं।
इसमें टैब आइवरमेक्टिन 12 एमजी - एक गोली रोज सुबह शाम खाने के बाद तीन दिन तक, टैब एजीथ्रोमाइसिन 55 एमजी- एक गोली रोज सुबह खाने के बाद तीन दिन तक, टैब डॉक्सी 100 एमजी- एक गोली रोज सुबह शाम खाने के बाद सात दिन तक, टैब पैरासिटामोल 650 एमजी - एक गोली जब भी बुखार आए, टैब लिम्सी 500 एमजी एस्कॉर्बिक एसिड - तीन बार खाने से पहले दस दिन तक, टैब जिंकोनिया ऐलिमेंट जिंक 50 एमजी -सुबह शाम खाने से पहले दस दिन तक, कैसरोल सचेत 6000 आईयू - दूध के साथ हफ्ते में एक बार एक महीने तक लेनी है।
इसके अलावा रोजाना 3 से 4 लीटर गुनगुना पानी पीएं, दिन में तीन बार भाप लें, आठ घंटे सोएं, रोजाना हल्का व्यायाम करें या टहलें, ऑक्सीजन लेवल को मॉनिटर करें। उन्होंने कहा कि इस उपचार के पांच दिन बाद भी बुखार बना रहे व ऑक्सीजन लेवल 95 प्रतिशत से कम हो और सांस लेने में दिक्कत आ रही हो तो तत्काल अस्पताल में संपर्क करें।
उन्होंने कहा कि इस बारे में http://www.esanjeevaniopd.in/RegisterRegards: Uttarakhand Health and Family Welfare Society से अधिक जानकारी ली जा सकती है।