हल्द्वानी से गौनियारों जा रही बोलेरो रविवार शाम डालकन्या के पास गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में मां-बेटे और वाहन चालक की मौत हो गई। महिला के छह वर्षीय बड़े बेटे और पति समेत सात लोग दुर्घटना में घायल हुए हैं।
घायलों को विधायक राम सिंह कैड़ा ने ओखलकांडा के अस्पताल में भर्ती कराया। गंभीर रूप से घायल चार लोगों को प्राथमिक इलाज के बाद हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर कर दिया गया है, जबकि अन्य तीन का ओखलकांडा के अस्पताल में इलाज चल रहा है।
जानकारी के मुताबिक रविवार शाम चार बजे हल्द्वानी से गौनियारों जा रही बोलेरो डालकन्या के पास खाई में गिर गई। बोलेरो के खाई में गिरने की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग, राजस्व और रेगुलर पुलिस मौके पर पहुंची।
विधायक राम सिंह कैड़ा भी मौके पर पहुंचे। सभी ने घायलों को खाई से बाहर निकालकर एंबुलेंस से ओखलकांडा के अस्पताल पहुंचाया। हादसे में गोमती देवी (29) पत्नी त्रिलोक सिंह, बेटे गौरव सिंह (5) निवासी अमोड़ी चंपावत और चालक महेश राम (38) निवासी गौनियारों की अस्पताल में पहुंचने से पहले ही मौत हो गई।
ये हुए घायल
त्रिलोक सिंह, राजदीप सिंह (6) पुत्र त्रिलोक सिंह निवासी अमोड़ी चंपावत, मोहन सिंह, हयात सिंह मटियाली, महिपाल आर्या, विनोद निवासी गौनियारों और जगदीश आर्या निवासी ल्वाड़-डोबा घायल हो गए। विधायक राम सिंह कैड़ा ने बताया कि उन्होंने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराने के साथ डीएम से वार्ता कर मृतकों का ओखलकांडा में ही पोस्टमार्टम कराने की मांग की। डीएम की सहमति के बाद ओखलकांडा में उनका पोस्टमार्टम करवाया गया। पटवारी मोहम्मद शकील ने बताया कि गंभीर रूप से घायलों को इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया है। इस दौरान मुक्तेश्वर थानाध्यक्ष कुलदीप सिंह, खीम सिंह बिष्ट आदि रहे।
परिवार में दो मौतें होने से टूटा दुखों का पहाड़
बोलेरो में सवार गोमती देवी और उसके पांच साल के बेटे की हादसे में मौत हो गई, जबकि बड़ा बेटा राजदीप घायल हो गया। घटना का पता चलते ही परिवार के लोगों पर दुखों का पहाड़ टूट गया। बताया जा रहा है कि महिला पंजाब से ल्वाड़ डोबा अपनी रिश्तेदारी में जा रही थी।