फोटो प्रतीकात्मक |
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के साथ ही मरीजों की मौत के मामले भी बढ़ रहे हैं। सोमवार को 24 घंटे में 547 नए संक्रमित मरीज सामने आए हैं। वहीं, दो मरीजों की मौत हुई है। प्रदेश में कुल मरीजों की संख्या 102811 पहुंच गई है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार सोमवार को 27834 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, देहरादून जिले में सबसे अधिक 224 कोरोना संक्रमित मरीज मिले। हरिद्वार में 194, नैनीताल में 33, उधम सिंहनगर में 51, पौड़ी में 21, अल्मोड़ा में दो, बागेश्वर और चंपावत में एक-एक, चमोली में दो, रुद्रप्रयाग में दो, टिहरी में 16 संक्रमित मिले हैं। वहीं, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ में एक भी मरीज सामने नहीं आया है।
Corona in Uttarakhand : हरिद्वार में छह दिन में संक्रमित 600 पार, नहीं संभले तो बढ़ेगी रफ्तार
बता दें कि प्रदेश में अब तक 1729 संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। सोमवार को सक्रिय मरीजों की संख्या 3201 पहुंच गई है। प्रदेश में आज 232 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। अब तक 96296 मरीज ठीक हो चुके हैं। बता दें कि प्रदेश में संक्रमितों की ठीक होने की दर 93.66 प्रतिशत है।
प्रदेश में अब तक लगाई 9.45 लाख कोविड वैक्सीन की डोज
कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रदेश में अब तक 9.45 लाख कोविड वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है। इसमें 45 और 60 साल से अधिक आयु वर्ग में 5.86 लाख लोगों ने वैक्सीन लगवाई है। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को देखते हुए लोग अब कोविड वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आ रहे हैं। सोमवार को एक दिन में 54386 लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक दी गई।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक प्रदेश में 16 जनवरी से कोविड टीकाकरण अभियान शुरू हुआ था। अब तक हेल्थ वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर और 45 व 60 से अधिक उम्र को मिलाकर 9.45 लाख वैक्सीन की डोज लगाई जा गई है। केंद्र सरकार की ओर से पर्याप्त मात्रा में कोविड वैक्सीन उपलब्ध कराई गई है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक डॉ. सरोज नैथानी ने बताया कि कुल 127100 पंजीकृत हेल्थ वर्करों में 109125 को वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई है। इसमें 72 हजार हेल्थ वर्करों को दूसरी डोज के साथ टीकाकरण पूरा किया गया। इसी तरह 123820 फ्रंट लाइन वर्करों का पंजीकरण किया गया। इसमें 102664 को पहली और 58021 को दूसरी डोज दी जा चुकी है।
प्रदेश में जिलावार लगवाई गई वैक्सीन डोज का ब्योरा
जिला लगवाई वैक्सीन डोज
अल्मोड़ा 53727
बागेश्वर 28463
चमोली 46464
चंपावत 25668
देहरादून 211549
हरिद्वार 160651
नैनीताल 91187
पौड़ी 71216
पिथौरागढ़ 37163
रुद्रप्रयाग 22491
टिहरी 50716
ऊधमसिंह नगर 93252
उत्तरकाशी 51341
कोटद्वार में कोरोना टीकाकरण केंद्रों में अव्यवस्थाओं पर भड़के लोग
कोटद्वार एसडीएम के कोरोना संक्रमित होने और तहसीलदार के कुंभ ड्यूटी पर जाने के कारण कोटद्वार के कोरोना टीकाकरण केंद्रों में व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। सोमवार को बेस अस्पताल स्थित कोरोना टीकाकरण सेंटर और मोटाढांक इंटर कॉलेज में बनाए गए कोरोना टीकाकरण केंद्र में लोगों ने अव्यवस्थाओं को लेकर जमकर हंगामा किया। लगभग आधे घंटे तक चले हंगामे को कर्मचारियों ने बमुश्किल शांत किया।
सोमवार सुबह छह बजे से ही बेस अस्पताल और मोटाढांक इंटर कालेज में लोगों की कोरोना टीका लगाने के लिए भीड़ जुटनी शुरू हो गई। लोग केंद्र के बाहर लाइन लगाकर खड़े हो गए। करीब आठ बजे टीकाकरण प्रक्रिया शुरू करने के लिए कर्मचारी पहुंचे। कर्मचारियों ने बेस अस्पताल में पहले से लाइन पर लगे लोगों को हटाकर बाहर की खिड़की पर दूसरी लाइन बना दी, जिससे पहले से लाइन पर लगे लोग पीछे हो गए।
बस इसी बात पर लोग भड़क गए। और जमकर हंगामा काटना शुरू कर दिया। लोगों ने कर्मचारियों को घेर कर खूब खरी खोटी सुनाई। करीब आधा घंटे तक चले हंगामे के बाद किसी तरह दोबारा लाइन बनाकर लोगों ने अपना टीका लगाने के लिए नंबर लगाया। मोटाढांक केंद्र में लोगों ने कर्मचारियों पर बिना लाइन पर लगे लोगों का टीकाकरण कराने का आरोप लगाया।
कहा कि लोग सुबह छह बजे से लाइन पर लगकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन कुछ लोगों को बैक डोर से टीका लगाया जा रहा है। करीब एक घंटे तक चले हंगामे के बाद कर्मचारियों ने किसी तरह लोगों को शांत कराया। इस बीच दोनों केंद्रों पर भीड़ एकत्र रही, लोगों ने सामाजिक दूरी के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई। वहीं सामाजिक दूरी बनाने के लिए ड्यूटी पर लगाए गए सुरक्षा कर्मी भी गायब रहे।
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कोतवाली के अधिकतर पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी कुंभ में लगी हुई है। होमगार्ड के प्लाटून कमांडर को टीकाकरण केंद्रों पर सामाजिक दूरी की व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए गए हैं। मंगलवार से होमगार्ड के जवानों के साथ एक एसआई की ड्यूटी भी लगाई जाएगी।
- नरेंद्र बिष्ट, कोतवाल कोटद्वार
रेलवे स्टेशन पर छह यात्री मिले संक्रमित
सोमवार को देहरादून पहुंचे छह रेल यात्री कोरोना संक्रमित पाए गए। सोमवार को स्टेशन पर कुल 739 यात्रियों की जांच की गई। चिंता की बात यह है कि संक्रमित यात्रियों के जरिये दूसरे यात्रियों के भी संक्रमित होने का खतरा है। इसे रोकने को लेकर रेलवे और जिला प्रशासन के साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यही स्थिति बरकरार रही तो आने वाले समय में बड़ी संख्या में रेल यात्री संक्रमित हो जाएंगे। उधर, रेलवे स्टेशन पर एंटीजन टेस्ट कराने के लिए यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। साथ स्टेशन पर बने जांच केंद्र में पानी तक की व्यवस्था नहीं है। यात्रियों ने मांग उठाई है कि जांच में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
रेल यात्रियों की कोरोना जांच कर रही निजी कंपनी के नोडल अधिकारी सूरत पुरोहित ने बताया कि संक्रमित यात्रियों के बारे में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दे दी गई है। स्टेशन पर चल रहे एंटीजन टेस्ट में अब तक 65 यात्रियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।