फूलदेई पर्व काशी विश्वनाथ |
गतवर्षो की भांति आज फूलदेई पर्व काशी विश्वनाथ मंदिर के शुरू हुआ। इसकी शुरुआत ढोल बाजों के साथ की गई। गौरतलब है कि पारंपरिक फूलदेई पर्व पर बालिकाएं टोकरी मे फूल लेकर मंदिरों,घर की देहली पर इन फूलों की वर्षा करती हैं।फूलदेई का यह पर्व ज्योति, खुशहाली, सुख समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। यह पर्व बसंत में सुगंधित ,स्वच्छ वातावरण का भी निर्माण करता है।
उधर काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत अजय पुरी ने बताया कि अगले आठ दिन तक नित्य प्रातः मंदिर की देहरिओं पर फूलों की पंखुड़ियां अर्पित की जाएंगी। 9वें दिन बालिकाओं को आशीर्वाद स्वरूप पठन-पाठन सामग्री भेंट कर बेटी पढ़ाओ संस्कृति बचाओ का आह्वान किया जाएगा। इधर काशी विश्वनाथ के मंदिर में फूलदेई के अवसर पर हुए कार्यक्रम में गंगोत्री रावल कन्हैया सेमवाल,माधव भट्ट,मोहन डबराल,गोपाल रावत,सुरेन्द्र गंगाड़ी, मनीष रावत,अंकित ममगाईं,किरन पंवार,अमरावती नेगी,किरन खरोला, विमला बिष्ट,उषा जोशी समेत अन्य शामिल रहे।