सेनेटरी पैड यूनिट मशीन प्रतीकात्मक |
‘मेरा पैड मेरा अधिकार’ परियोजना के तहत ज्ञानसू में सेनेटरी पैड यूनिट की स्थापना की गई। यूनिट में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी तीस महिलाओं को प्रशिक्षण देकर सेनेटरी पैड निर्माण में स्वरोजगार मुहैया कराया जाएगा।
मंगलवार को ज्ञानसू में आयोजित कार्यक्रम में सेनेटरी पैड यूनिट का शुभारंभ किया गया। नाबार्ड और नेब फाउंडेशन के वित्तीय सहयोग से एम संस्था द्वारा यह यूनिट स्थापित की गई है। नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक सुनील मोहन कृष्णन ने बताया कि योजना का उद्देश्य स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ना है। योजना के तहत देश में इस तरह की दस यूनिट स्थापित की गई हैं। उत्तरकाशी में लगाई गई यह उत्तराखंड की पहली यूनिट है। उन्होंने बताया कि नाबार्ड और नेब फाउंडेशन मुंबई के वित्तीय सहयोग से 4.20 लाख रुपये लागत से यूनिट स्थापित की गई है।
उत्तरकाशी में यूनिट का संचालन करने वाली एम संस्था के अध्यक्ष केएन बहुगुणा ने बताया कि यूनिट में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी तीस महिलाओं को सेनेटरी पैड बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वह इस कार्य को स्वरोजगार के तौर पर अपना सकेंगी। इस मौके पर एसबीआई आरसेटी के निदेशक प्रमोद कुमार, डा.अर्चना चंदोक, स्वाति भंडारी, शिवराज मियां, सुमन रावत, कुसुम बहुगुणा, रजनी आदि मौजूद रहे।
जीजीआईसी में लगी सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन
उत्तरकाशी। सौम्यकाशी रोटरेक्ट क्लब की ओर से ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत राजकीय बालिका इंटर कालेज डुंडा में छात्राओं के लिए सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन स्थापित की।
क्लब की अध्यक्ष रजनी चौहान ने कहा कि मशीन के लगने से छात्राओं को आसानी से पैड मिल जाएंगे। क्लब के सचिव संजीव डोभाल ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत यह कार्यक्रम मील का पत्थर साबित होगा। इस मौके पर प्रधानाचार्य विजयलक्ष्मी रावत, राजेश जोशी, रमा डोभाल, आभा बहुगुणा, मनोरमा नौटियाल, रमा सकलानी, कृष्णमोहन भट्ट, मनमोहन पडियार आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम के बाद क्लब के सदस्यों ने डुंडा स्थित पंजाब नेशनल बैंक, सहकारी बैंक एवं पोस्टऑफिस के आसपास कोविड-19 के प्रति जागरूकता अभियान चलाया। ब्यूरो