कोरोना वायरस की जांच |
उत्तराखंड में 24 घंटे में 58 और लोग संक्रमित मिले हैं, जबकि एक भी कोरोना संक्रमित मरीज की कोई मौत नहीं हुई है। संक्रमितों की तुलना में ठीक होने वालों की संख्या कम है। कुल संक्रमितों का आंकड़ा 97480 पहुंच गया है। वहीं, 662 सक्रिय मरीजों का उपचार चल रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार सोमवार को 8841 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है, जबकि पांच जिलों में 58 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। नैनीताल जिले में 27, देहरादून जिले में 13, हरिद्वार में 10, ऊधमसिंह नगर में सात और चमोली जिले में एक संक्रमित मिला है। 24 घंटे में प्रदेश में एक भी कोरोना मरीज की मौत नहीं हुई।
अब तक 1695 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं, 26 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। इन्हें मिला कर 93715 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में रिकवरी दर 96.14 प्रतिशत और सैंपल जांच के आधार पर संक्रमण दर 3.93 प्रतिशत दर्ज की गई। प्रदेश में 662 सक्रिय मरीजों का उपचार चल रहा है।
छुट्टी से लौटा एसएसबी का जवान निकला कोरोना संक्रमित
चंपावत में छुट्टी से लौटा एसएसबी की पंचम वाहिनी का एक जवान कोरोना संक्रमित पाया गया है। उसे वाहिनी परिसर में आइसोलेट किया गया है। एसीएमओ डॉ. इंद्रजीत पांडेय ने बताया कि एसएसबी का जवान 11 फरवरी को टीका लगवाने के बाद अवकाश पर चला गया था। सोमवार को छुट्टी से लौटने पर जब उसका एंटीजन परीक्षण हुआ तो वह संक्रमित पाया गया। वहीं सीएमओ डॉ. आरपी खंडूरी ने बताया कि चंपावत जिले में हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर सहित अब तक कुल 7393 लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है।
कोविड केयर सेंटरों के बहाने खस्ताहाल भवनों को मिलेगी संजीवनी
कुंभ में बनाए जा रहे कोविड केयर सेंटरों के बहाने चार सरकारी खस्ताहाल हो चुके सरकारी भवनों को भी संजीवनी मिल सकती है। इनकी हालत सुधारने के लिए जिला प्रशसन की ओर से 46 लाख रुपये जारी किए गए हैं। कुंभ के बाद इनका प्रयोग संबंधित संस्था कर सकेगी।
कुंभ मेले में कोविड केयर सेंटर बनाए जा रहे हैं। इनमें होटलों और सरकारी बिल्डिंगों को भी शामिल किया गया है, लेकिन जिला प्रशासान ने योजना बनाई है कि जरूरत पड़ने पर पहले हरिद्वार के सरकारी भवनों को ही प्रयोग में किया जाएगा, ताकि होटलों का खर्चा न भरना पड़े।
जिलाधिकारी सी. रवि शंकर के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी वित्त व राजस्व केके मिश्रा ने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के एक हॉस्पिटल और एक हॉस्टल तथा लालढांग के महिला व अनुसूचित जाति व जनजाति आवासीय विद्यालय को कोविड केयर सेंटर को चिह्नित कर लिया है, लेकिन इन सरकारी भवनों की हालत ठीक नहीं है, कहीं प्लास्टर उतर रहा है तो कहीं खिड़की और दरवाजे टूट पड़ें। इनमें शौचालयों की भी हालत ठीक नहीं है।
इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने चारों भवनों की हालत सुधारने के लिए 46 लाख रुपये का बजट जारी कर दिया है। कुंभ के बाद इन्हें संबंधित संस्था को ही दे दिया जाएगा। जिससे वह इनका प्रयोग कर सकेंगी।
खस्ताहाल पड़े चारों सरकारी भवनों को ठीक करने के लिए बजट जारी कर दिया गया है। इन्हें कुंभ शुरू होने से पहले ही ठीक करा दिया जाएगा, ताकि कुंभ में जरूरत पड़ने पर इनमें कोरोना संक्रमितों को भर्ती कराया जा सके। मरम्मतीकरण से कुंभ में कोविड केयर तो इन्हें बना लिया जाएगा ही। साथ ही इनकी हालत सुधरने से भविष्य में संबंधित संस्थाएं भी इनका प्रयोग कर सकेंगी।
-केके मिश्रा, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व