मोबाइल फोन(प्रतीकात्मक तस्वीर) - फोटो : pexels.com |
महाकुंभ के लिए मेला पुलिस ने तीन अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप तैयार किए हैं। इन ग्रुपों में सात प्रदेशों की पुलिस को जोड़ा जाएगा। कुंभ से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी साझा की जाएगी।
महाकुंभ को लेकर कुंभ मेला पुलिस सभी पहलुओं को देखते हुए योजना तैयार कर रही है। संचार व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के साथ ही आधुनिक कंट्रोल रूम से निगरानी हो रही है। अब कुंभ मेला पुलिस ने तीन व्हाट्सएप ग्रुप बनाए हैं। इनमें इंटर स्टेट ग्रुप में दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, यूपी समेत कई प्रदेशों के पुलिस अधिकारी जोड़े गए हैं। प्रदेश के बॉर्डर से लगने वाले दूसरे प्रदेशों और जिलों की सीमाओं के अधिकारियों को भी इसमें जोड़ा गया है।
खास बात यह है कि बॉर्डर से सटे जिलों के एसएसपी, एडिशनल एसपी और कुंभ मेला के लिए दूसरे प्रदेशों की ओर से बनाए गए नोडल अधिकारी इसमें जोड़े गए हैं। दूसरे ग्रुप में देहरादून मुख्यालय के प्रमुख अधिकारियों के साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था देखने वाले अधिकारियों को जोड़ा गया है। वहीं, तीसरे ग्रुप में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए साइबर सेल के अधिकारियों को जोड़ा गया है।
भीड़ का दबाव बढ़ने पर तुरंत मिलेगी जानकारी
कुंभ मेला में स्नान करने के लिए यदि दूसरे प्रदेशों से अधिक भीड़ आती है और किस मार्ग पर वाहनों का कितना दबाव है, इसकी जानकारी दूसरे प्रदेशों के पुलिस अधिकारी इस ग्रुप में शेयर करेंगे। हरिद्वार आने वाले वाहनों को किस तरफ परिवर्तित किया जाए इसका प्लान कुंभ मेला पुलिस बनाएगी। कुंभ स्नान के लिए किस रूट से दूसरे प्रदेश या जिले से आने वाले श्रद्धालुओं को स्नान के लिए भेजना है, इसका ट्रैफिक प्लान भी ग्रुप में शेयर किया जाएगा।
अपराधियों पर भी रखी जाएगी
इन व्हाट्सएप ग्रुपों से अपराधियों की जानकारी भी शेयर की जाएगी। दूसरे प्रदेशों के अधिकारी अपने यहां के वांछित अपराधियों की फोटो ग्रुप में शेयर करेंगे। इसके बाद इन फोटो को संचार पुलिस अपने विशेष सॉफ्टवेयर पर अपलोड करेगी।
कुंभ मेला को लेकर पुलिस ने तीन अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप तैयार किए हैं। इनमें दूसरे प्रदेशों के पुलिस अधिकारियों को जोड़ा गया है। मेले के दौरान आने वाली भीड़ के दबाव समेत अन्य जानकारी ग्रुपों पर अपलोड की जाएगी।