देहरादून में झंडा मेला |
दूसरे राज्यों के श्रद्धालु कोविड की निगेटिव रिपोर्ट के बिना झंडा मेले में शामिल नहीं हो सकेंगे। कोविड-19 को देखते हुए जिला प्रशासन ने मेले को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके अलावा इस साल मेले में दुकानें और झूले इत्यादि लगाने की अनुमति भी नहीं दी गई है। मेले में शामिल होने वाले सभी श्रद्धालुओं को कोविड सुरक्षा नियमों का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा। पालन कराने की जिम्मेदारी आयोजकों की होगी।
जिलाधिकारी डा. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने झंडा साहिब के आरोहण और मेले के आयोजन के लिए केवल उतने ही लोगों को एकत्र करने के निर्देश दिए हैं, जितने जरूरी हों। उन्होंने कहा कि अनावश्यक भीड़ एकत्र न की जाए। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों से शामिल होने वाले लोगों को आने से 72 घंटे पहले की निगेटिव आरटी पीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य रूप से लानी होगी। रिपोर्ट और मास्क के बिना मेला स्थल पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। उन्होंने शारीरिक दूरी के लिए गोले बनाने के भी निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने 60 वर्ष से अधिक के लोगों, गंभीर बीमारों और दस वर्ष से कम उम्र के बच्चों से मेले में शामिल न होने की अपील की है। उन्होंने भीड़ के बजाय सोशल मीडिया को बढ़ावा देने को कहा। साथ ही उन्होंने मेले और उसकी अवधि को सीमित करने के निर्देश दिए। मेले के प्रवेश द्वार पर थर्मल स्कैनिंग, मास्क, सैनिटाइजेशन की व्यवस्था रहेगी। बुखार-जुकाम से पीड़ित लोगों को प्रवेश न करने की सलाह भी दी है। उन्होंने खाद्य सामग्री वितरण से भी परहेज करने को कहा है।
झंडे मेले के लिए पंजाब से पैदल दून पहुंचा जत्था
दून में आयोजित होने वाले झंडे मेले में भाग लेने के लिए पंजाब के विभिन्न हिस्सों से 80 सदस्यीय जत्था दून पहुंच गया है। पंजाब से पैदल आईं संगतों का शनिवार को झंडा मेला आयोजन समिति की ओर से स्वागत किया गया।साथ ही दरबार साहिब के सज्जादानशीन महंत देवेंद्र दास महाराज की अगुवाई में संगतों ने झंडा साहिब पर अरदास की। इससे पहले समिति की ओर से संगतों की कोरोना जांच कराई गई। व्यवस्थापक केसी जुयाल ने बताया कि कोरोना काल में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मेले का आयोजन किया जाएगा। साथ ही सरकार और प्रशासन की ओर से जारी गाइडलाइन का भी पालन किया जाएगा। वहीं, महंत देवेंद्र दास महाराज ने कहा कि कोरोना से बचने के लिए सजगता बरतें।
हिंदी, पंजाबी और अंग्रेजी में प्रसारित होगी सूचना
कोरोना से बचने के प्रति जागरूक करने के लिए मेले में हिंदी, पंजाबी और अंग्रेजी भाषा में सूचना प्रसारित की जाएगी। महंत इंद्रेश अस्पताल के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी भूपेंद्र रतूड़ी ने बताया कि बुजुर्ग, बच्चे और गर्भवती महिलाओं को मेले में शामिल न होने की अपील की जाएगी। साथ ही ऐसे लोग जो किसी दूसरे देश से दून आए हों या कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हों, उनसे भी मेले में न आने की अपील की गई है। उन्होंने संगतों और श्रद्धालुओं से अपील की कि मेला परिसर में सफाई का विशेष ध्यान रखें।