पेपर मिल में हादसा |
घटना रविवार तड़के की है। मुरादाबाद रोड स्थित नैनी पेपर मिल लिमिटेड में मलियाना रोड मेरठ निवासी प्रताप (27) पुत्र रीचपाल करीब एक साल से और राहुल (27) पुत्र भोजराज निवासी फतनपुर थाना डिलारी (मुरादाबाद) करीब पांच साल से काम कर रहे थे। रविवार तड़के मिल में रखा एचसीएल का टैंक चोक हो गया। दोनों टैंक की मरम्मत के लिए टैंक के ऊपर चढ़े और उसका ढक्कन खोलने का प्रयास करने लगे। बताया जा रहा है कि टैंक का एक बोल्ट खुल गया लेकिन दूसरा बोल्ट जाम हो गया। बोल्ट न खुलने पर दोनों ने गैस कटर से बोल्ट काटने का प्रयास किया।
अत्यधिक गर्मी से टैंक में रखे एसिड में विस्फोट हो गया। विस्फोट से टैंक पर चढ़े दोनों कर्मचारी पांच फुट उछलने के बाद जमीन पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। विस्फोट की आवाज सुनकर अन्य कर्मचारी मौके पर पहुंचे और दोनों को अस्पताल पहुंचाया। सूचना पर कुंडा थाना क्षेत्र की सूर्या चौकी पुलिस भी मौके पर पहुंची। अस्पताल में डॉक्टरों के दोनों घायलों को मृत घोषित करने पर पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। प्रभारी सीओ वीर सिंह ने भी घटनास्थल का मुआयना करने के बाद पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर मृतकों के परिजनों से बात की।
पेपर मिल हादसे में जान गंवाने वाला राहुल अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। राहुल के चाचा सत्यवीर सिंह ने बताया कि राहुल रोजाना मुरादाबाद से बाइक पर ड्यूटी करने मिल जाता था। राहुल के पिता भोजराज भी मुरादाबाद में होमगार्ड हैं। राहुल अपने पीछे पत्नी विमल और तीन साल की बेटी सृष्टि को छोड़ गया है। वहीं, प्रताप कुछ समय पूर्व ही पत्नी और बेटे को लेकर ठाकुरद्वारा क्षेत्र में किराए पर रहने लगा था। प्रताप चार भाई-बहनों में दूसरे नंबर का था।
हादसे में जान गंवाने वाले कर्मचारियों को मिल प्रबंधन ने मदद का आश्वासन दिया है। मृतक राहुल के चाचा सत्यप्रकाश ने बताया कि इस संबंध में मिल प्रबंधन ने दोनों मृतकों की पत्नियों को 20 वर्ष तक वेतन का भुगतान करने और परिवार की मदद के लिए कुछ नकद धनराशि देने का आश्वासन दिया है। लिखित तौर पर इसकी पुष्टि करने के लिए मिल प्रबंधकों से और वार्ता की जा रही है।
मिल में रात के समय एचसीएल टैंक की लाइन चोक हो गई थी। कर्मचारी टैंक ठीक करने पहुंचे। यहां दोनों ने टैंक के बोल्ट को गैस कटर से काटने का प्रयास किया, जिससे टैंक में रखा एसिड गरम हो गया और टैंक का ढक्कन खुलने पर हादसा हो गया। मिल प्रबंधन पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है। फौरी तौर पर दोनों मृतकों के परिजनों को दस-दस लाख की आर्थिक सहायता दे दी गई है।
- पवन अग्रवाल, प्रबंध निदेशक, नैनी पेपर लिमिटेड, काशीपुर।