चमोली आपदाः सुरंग के अंदर मलबा हटाने का कार्य जारी |
उत्तराखंड के चमोली में जल प्रलय के नौवें दिन पांच शव मिले हैं। तपोवन जल विद्युत परियोजना की निर्माणाधीन सुरंग से तीन शव और निकाले गए। इसके अलावा एक शव 90 किमी दूर मैठाणा में मिला जबकि एक श्रीनगर की झील में मिला। अभी तक लापता 206 लोगों में से 56 शव बरामद हो चुके हैं।
दो लोग सुरक्षित मिले थे जबकि अभी भी 148 लोग अभी भी लापता हैं। वहीं परियोजना के बैराज की ओर मलबा जमा है जिसमें शवों के दबे होने की आशंका है। यहां तक पहुंचने के लिए एप्रोच रोड बनाई जा रही है, जबकि बैराज के दूसरे छोर पर नदी के पानी के बहाव को रोकने के लिए भराव किया जा रहा है।
चमोली जल प्रलय: लोग कर रहे बिलासपुर जैसा 'चमत्मकार' होने की दुआ, आपदा के नौ दिन बाद सुरंग से जिंदा मिले थे दो मजदूर
सोमवार को रेस्क्यू के दौरान सुरंग से मलबे में तीन शव बरामद हुए। इनकी शिनाख्त गजेंद्र पुत्र राम सिंह, धमकलग, रायपुर, मध्यप्रदेश, सलधार पुत्र जुया, कालसी, देहरादून और सत्यपाल पुत्र मदन सिंह, ग्राम-मसोली, चमोली के रूप में हुई। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि सुरंग से मलबा हटाने का कार्य जारी है। मलबे में मिल रहे शवों का मौके पर ही पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंपा जा रहा है। जिनके परिजन समय पर शवों को लेने के लिए नहीं पहुंचे तो ऐसे शवों के डीएनए सुरक्षित रखे जा रहे हैं।
अभी तक 56 शव हुए बरामद
तपोवन परियोजना की सुरंग से अभी तक 9 शव निकाले जा चुके हैं, जबकि 47 शव रैणी से लेकर श्रीनगर तक विभिन्न जगहों पर नदी किनारे बरामद हुए हैं। आपदा में लापता 206 लोगों में से अभी तक 56 शव बरामद हो चुके हैं, जबकि अभी भी 148 लोग लापता हैं। ऋषि गंगा जल विद्युत परियोजना साइड पर एक भी शव बरामद नहीं हुआ है।
शवों को घर तक पहुंचाने में जुटा यूपी प्रशासन का दल
आपदा प्रभावित क्षेत्र से निकाले जा रहे शवों में से यूपी के निवासियों के शव उनके परिजनों तक पहुंचाने के लिए यूपी के अधिकारियों का एक दल एक सप्ताह से तपोवन में कैंप किए हुए है। दल में सहारनपुर के एडीएम विनोद कुमार, एसपी क्राइम बिजनौर अनित कुमार, राहत आयुक्त कार्यालय से चंद्रकांत और लखीमपुर खीरी के एसडीएम डा. अमरेश हैं।
सुरंग में फंसे लोगों तक पहुंचने में जुटे हैं एनडीआरएफ के176 जवान
ऋषि गंगा की जल प्रलय के बाद से तपोवन सुरंग में फंसे लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) की पांच टीमों में 176 जवान जुटे हुए हैं। इसमें तीन टीमें गाजियाबाद से पहुंचीं हैं। बचाव दल ने रैणी, तपोवन बैराज, धौली गंगा और सुरंग में सर्च अभियान शुरू किया जो अभी भी लगातार जारी है।
यूपीसीएल को 30 लाख का नुकसान, तीन किमी बिजली लाइन टूटी, 32 पोल और तीन ट्रांसफार्मर बहे
ऋषिगंगा में आई आपदा में ऊर्जा निगम को करीब 30 लाख का नुकसान हुआ है। तपोवन से पैंग गांव तक करीब तीन किमी बिजली लाइन टूट गई। 32 बिजली के पोल और तीन ट्रांसफार्मर बह गए । राहत दल ने ट्रांसफार्मर, बिजली के पोल और तार भी क्षेत्र में पहुंचाए हैं। फिलहाल 11 केवी बिजली की लाइन बिछाने का काम जारी है। वैकल्पिक तौर पर प्रशासन की और से सोलर लाइटें बांटी गई हैं।