जागर सम्राट पद्मश्री प्रीतम भरतवाण और महंत श्री अजय पुरी |
उत्तरकाशी | महाशिवरात्रि अर्थात ‘शिव की महान रात्रि’, का त्यौहार भारत के आध्यात्मिक उत्सवों की सूची में सबसे महत्वपूर्ण है। तथा चूँकि महाशिवरात्रि का पावन त्यौहार ११ मार्च को आने वाला है; बीते बुधवार १७ फ़रवरी को पद्मश्री प्रीतम भरतवाण जी और उत्तरकाशी स्थित श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत श्री अजय पुरी जी के साथ मध्य महाशिवरात्रि माहात्म्य पर चर्चा हुई।
इस चर्चा को विभिन्न सोशल मीडिया माध्यमों जैसे Facebook और YouTube द्वारा लाइव प्रसारित भी किया गया। साथ ही उत्तराखंड को सही मायनों में जीने वाले शख्स, उत्तराखंड की वाद्य परंपरा, ढोल सागर, जागर-पांवड़ों की परंपरा को ना सिर्फ जीवित रखने वाले बल्कि उसे आगे बढ़ाने वाली शख्सियत जागर सम्राट पद्म श्री प्रीतम भरतवाण जी ने अपने सुमधुर संगीत से अपने दर्शको को मंत्र मुग्ध भी किया।
गौरतलब है की बांद अमरावती, नथुली, तौंसा बौ, सरुली मेरू जिया लगीगे, नारैंणी दुर्गा भवानी..मेरा मुलुक चली घूमी ऐली... जैसे कई अमर गढ़वाली गीत लिखने वाली शख्सियत जागर सम्राट पद्म श्री प्रीतम भरतवाण जी ने कोरोना महामारी में कोरोना पर गीत प्रस्तुत किया था, जिसे हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रशंसा के साथ #जनताकर्फ्यू से अपने ऑफिसियल ट्विट्टर अकाउंट पर शेयर किया था।