भागीरथी किनारे बसे उत्तरकाशी शहर में वरुणावत पर्वत का दृश्य। |
वरुणावत पर्वत पर्यटकों का नया ठिकाना होगा। पर्यटक यहां टेलीस्कोप के जरिये हिमालय की चोटियां निहारने के साथ ट्रैकिंग और बर्ड वाचिंग का भी आनंद उठा सकेंगे। वन विभाग ने वरुणावत शीर्ष को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए नेचर और चिल्ड्रन पार्क तैयार करने की योजना बनाई है।
वरुणावत पर्वत वर्ष 2003 में भूस्खलन के चलते सुर्खियों में आया था। उस समय पर्वत के शीर्ष से हुए भारी भूस्खलन के कारण कई भवन व होटल जमींदोज हो गए थे। बाद में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र को ठीक किया गया। अब वन विभाग ने इसी पर्वत के शीर्ष पर पर्यटन की संभावनाएं तलाशी हैं। पर्यटक यहां ट्रैकिंग, बर्ड वाचिंग के साथ जिप लाइन, बर्मा ब्रिज जैसी साहसिक गतिविधियों का आनंद उठा सकेंगे। साथ ही टेलीस्कोप के माध्यम से पर्यटक हिमालय की चोटियों का भी दीदार कर सकेंगे। डीएफओ दीपचंद आर्य का कहना है कि पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए दो करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। प्रस्ताव को मंजूरी मिलते ही कार्य शुरू किया जाएगा।
हर्षिल में जैव विविधता पार्क के साथ वरुणावत पर्वत पर नेचर और चिल्ड्रन पार्क का निर्माण प्रस्तावित है। इन प्रस्तावों को स्वीकृति मिलती है, तो जिले में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
मयूर दीक्षित, डीएम उत्तरकाशी।