ठंड में अलाव सेंकते लोग। |
मौसम के अचानक करवट बदलने से बुधवार को शहर से लेकर देहात तक हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ी। कोहरा छाने और शीतलहर चलने से लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। अधिकतम और न्यूनतम पारा अचानक नीचे आ गया। न्यूनतम पारा एक डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। जबकि 27 जनवरी को पारे की गिरावट का बीते दो दशकों का रिकार्ड भी बना।
मंगलवार की रात से ही कोहरा छाने लगा था। बुधवार सुबह कोहरा और घना हो गया। गंगा किनारे और देहात में तो थोड़ी ही दूरी पर कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। इससे हाईवे पर वाहन चालकों को मुश्किल का सामना करना पड़ा। सुबह के समय हाईवे और शहर की अंदर की सड़कों पर बहुत कम लोग आवाजाही कर रहे थे। दोपहर तक कोहरा छाया रहा। दिनभर धूप नहीं निकलने से हाथ और पांवों में गलन महसूस हुई। शाम के समय फिर कोहरा छाने और हवाएं चलने से लोग घरों में कैद हो गए। सुबह-शाम को ठंड से बचने के लिए लोग अलाव जलाते नजर आए।
मौसम विभाग की रितु आलोकशाला के रिसर्च सुपरवाइजर नरेंद्र रावत के मुताबिक बुधवार को अधिकतम तापमान 12 डिग्री और न्यूनतम एक डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। अधिकतम पारा गिरने से ठंड अधिक रही। नरेंद्र रावत ने दावा किया कि 27 जनवरी को बीते बीस सालों में सबसे कम तापमान रहा है। बीस साल पहले न्यूनतम पारा आधा डिग्री आ गया था। उन्होंने बताया कि जनवरी माह का रिकार्ड देखें तो 11 जनवरी 2016 को न्यूनतम पारा एक डिग्री आया था। लेकिन 27 जनवरी को बीस साल बाद सबसे कम तापमान रिकार्ड हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक 26 जनवरी से ही ठंड शुरू हो गई थी। मंगलवार को अधिकतम तापमान 14.5 और न्यूनतम 1.5 डिग्री रिकार्ड हुआ था, जो कि बुधवार को और भी नीचे आ गया। इस सप्ताह में मौसम का उतार चढ़ाव बना रहेगा।