गुमदेश के फौजी बहादुर सिंह धौनी ने अंतरराष्ट्रीय मैराथन में जीता स्वर्ण पदक

Ankit Mamgain


ढाका बांग्लादेश में अंर्तराष्ट्रीय मैराथन दौड में गोल्ड मेडल झटकने के बाद तिरंगा फहराकर खुशी जत - फोटो : LOHAGHAT
ढाका बांग्लादेश में अंर्तराष्ट्रीय मैराथन दौड में गोल्ड मेडल झटकने के बाद तिरंगा फहराकर खुशी 

 लोहाघाट (चंपावत)। गुमदेश के सैनिक बहादुर सिंह धौनी ने ढाका में रविवार को हुई 42.195 किमी की शेख मुजीब ढाका मैराथन में स्वर्ण पदक जीत कर देश और उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। बहादुर ने यह मैराथन दो घंटे 21 मिनट 40 सेकेंड में पूरी की। बांग्लादेश के सैन्य प्रमुख ने बहादुर सिहं को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया। उनकी कामयाबी पर क्षेत्र के लोगों ने खुशी जताई है।


टू नागा रेजिमेंट केआरसी के आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट पुणे में एएसआई पद पर तैनात बहादुर मूल रूप से लोहाघाट ब्लॉक के धौनी सीलिंग के निवासी हैं। 

वह अपनी सफलता का श्रेय प्रशिक्षक केसी रामू, संस्थान, अपने लोक देवता चौखाम बाबा और क्षेत्रवासियों की सद्भावना को देते हैं। बहादुर इससे पहले बेल्जियम, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया में हुई मैराथन में भी शानदार प्रदर्शन कर चुके हैं।


बहादुर 2 घंटे 19 मिनट 12 सेकेंड में पूरी कर चुके हैं मैराथन दौड़

चंपावत। गुमदेश क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले सैनिक बहादुर सिंह धौनी ने रविवार को ढाका में दमदार प्रदर्शन कर मैराथन में स्वर्ण जीता, लेकिन स्वर्ण जीतने के बावजूद बहादुर का यह सर्वश्रेष्ठ समय नहीं है। बहादुर ने 19 नवंबर 2018 में प्रयागराज में हुई 34वीं अखिल भारतीय इंदिरा मैराथन 2 घंटे 19 मिनट 12 सेकेंड में पूरी कर प्रथम स्थान पाया था, जो कि उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।

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