परीक्षा 2021: सीबीएसई के बाद अब उत्तराखंड बोर्ड की 12वीं की परीक्षाएं भी होगी रद्द, शिक्षा मंत्री ने दिए संकेत

सीबीएसई की 12 वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं। उत्तराखंड में भी 12 वीं की परीक्षा के लिए तैयारी पूरी कर ली गई थी।

परीक्षा - फोटो : प्रतीकात्मक तस्वीर
परीक्षा - फोटो : प्रतीकात्मक तस्वीर

सीबीएसई की 12 वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं। उत्तराखंड में भी 12 वीं की परीक्षा के लिए तैयारी पूरी कर ली गई थी। देहरादून रीजन में 333 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशक रणवीर सिंह के मुताबिक 1100 स्कूलों के 87000 बच्चे बोर्ड परीक्षा के लिए पंजीकृत थे, लेकिन हालातों को देखते हुए परीक्षा रद्द करने का फैसला ठीक है।



वहीं, अब उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं के बाद अब 12 वीं की परीक्षाएं भी रद्द होंगी। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के मुताबिक देश में सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा को लेकर जो निर्णय हुआ है। राज्य सरकार उस फैसले से बाहर नहीं हैं। परिस्थितियों को देखते हुए परीक्षा के संबंध में जल्द ही घोषणा कर दी जाएगी। 



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शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश की परिस्थिति को देखते हुए सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा रद्द करने का फैसला किया है। प्रदेश सरकार भी छात्र और शिक्षक हित में जो होगा जल्द ही उस पर निर्णय लेगी। उधर शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने मंगलवार को विभाग के अधिकारियों की बैठक ली।


बैठक में रामनगर बोर्ड से बहुविकल्पीय प्रश्न के आधार पर परीक्षा कराने के बारे में पूछा गया, लेकिन बोर्ड ने इस आधार पर परीक्षा कराने से इनकार कर दिया। शिक्षा सचिव ने कहा कि जब सीबीएसई की परीक्षाएं रद्द हो चुकी हैं, ऐसे में अब प्रदेश सरकार को निर्णय लेगा होगा कि उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षाएं होंगी या नहीं।

परीक्षा रद्द होने की यह होगी वजह 

1- उत्तराखंड बोर्ड की 12 वीं की परीक्षा के लिए एक लाख 23 हजार से अधिक बच्चे पंजीकृत हैं, जिन्हें कोविड वैक्सीन नहीं लगी। 

2- कोविड की तीसरी लहर से बच्चों को कोरोना संक्रमित होने का खतरा।

3- कोविड कर्फ्यू के चलते स्कूल बंद हैं, हालांकि बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाया गया, लेकिन बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। 


परीक्षा के लिए बने थे 1347 केंद्र 

उत्तराखंड बोर्ड की 12वीं की परीक्षा के लिए एक लाख 23 हजार से अधिक बच्चे पंजीकृत हैं। जबकि परीक्षा के लिए 1347 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसमें 223 केंद्र संवेदनशील और 22 परीक्षा केंद्रों को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया था। 

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